आज- कल में सब कॉलेज खुल जायेगे.. सब बच्चे माँ, पापा, दीदी, भाई , नन्हें नन्हीं ... को छोड़ कर आपने कॉलेज को जायेगे.. रूडकी, कोचिन. बेंगलुरु, कोलकाता, पुणे, और कहाँ ...कहाँ .... गौतम, विकास , शोभित, अनुराग, रोजी.. सब जा रहें है.. एक दिन हम भी निकले थे.. पूरा करने सपनों को आपनों को छोड़ कर...
माँ , पापा,, के सपने... बस तू जहाँ रहें... अच्छे से रहें..
भैया ... जा मस्त रहना...
....... जा तुझे सपने पूरे करने हैं ..
गौतम मिस करता हूँ तुमको...
2अगस्त 2010